24 घंटे भी अपने वादे पर नहीं टिक पाया महिलाओं को आजादी का दावा करने वाला तालिबान, लगाया वुमन न्यूज एंकर्स पर बैन
By: Pinki Wed, 18 Aug 2021 10:58:26
महिलाओं को आजादी का दावा करने वाला तालिबान अपने वादे पर 24 घंटे भी नहीं टिक पाया। तालिबान ने अफगानिस्तान में महिला न्यूज एंकर्स को बैन कर दिया है। अब तालिबानी एंकर टीवी पर न्यूज पढ़ेंगे। खदीजा अमीना नाम की एक महिला सरकारी न्यूज चैनल में एंकर थी, उनको भी हटा दिया गया है। एक दिन पहले ही तालिबान ने कहा था कि महिलाओं के हितों की रक्षा होगी। अब तालिबान कह रहा है कि सिर्फ शरीयत कानून के तहत ही महिलाओं को काम करने की इजाजत है। नौकरी से हटाए जाने के बाद अफगान न्यूज एंकर खदीजा अमीना ने कहा, 'मैं क्या करुंगी, अगली पीढ़ी के पास कुछ काम नहीं होगा। 20 साल में जो कुछ भी हासिल किया, सब चला जाएगा। तालिबान तालिबान है, वो नहीं बदले हैं।'
तालिबान ने मंगलवार को ही कहा था कि वह महिलाओं पर दबाव नहीं बनाएगा। साथ ही महिलाओं से सरकार में शामिल होने की अपील भी की थी। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि अब अफगानिस्तान को मुक्त करा लिया गया है। पिछली सरकार में महिलाओं पर कई कड़ी पाबंदियां लगाई गई थी। वहीं उनके शासनकाल में महिलाओं के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। मुजाहिद के अनुसार महिलाओं को इस्लामी कानून के मानदंडों के तहत अधिकार दिए जाएंगे। महिलाओं को स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम करने की आजादी रहेगी।
'देखो और इंतजार करो' की रणनीति
अफगानिस्तान में तालिबान के राज को मान्यता देने के मसले पर भारत इस बार 'देखो और इंतजार करो' की रणनीति पर काम कर रहा है। भारत ने 1996 से 2001 के दौरान तालिबान के राज को मान्यता दी थी लेकिन इस बार अन्य लोकतांत्रिक देशों के साथ जाने का फैसला लिया है। भारत सरकार के एक सूत्र का कहना है कि तालिबान के नेताओं के रवैये को कुछ दिनों तक देखने और दुनिया के अन्य लोकतांत्रिक देशों के फैसले के आधार पर कुछ विचार किया जाएगा। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, 'हम तालिबान को मान्यता देने वाले देशों में आगे नहीं रहेंगे। लेकिन डेमोक्रेटिक ब्लॉक के साथ जाएंगे और मौजूदा हालात की समीक्षा करते हुए ही कोई फैसला लेंगे।'
अफगानिस्तान में अब तालिबान सरकार बनाने की तैयारी में है। इस चरमपंथी संगठन का सह-संस्थापक और राजनीतिक प्रमुख मुल्ला बरादर अखुंद दोहा से कंधार लौट आया है। तालिबान के शासन में वह अफगानिस्तान का राष्ट्रपति हो सकता है।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान प्रवक्ता और तालिबानी संस्कृति परिषद का प्रमुख जबीउल्लाह मुजाहिद मंगलवार को पहली बार दुनिया के सामने आया। जबीउल्लाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तालिबानी शासन का रोडमैप रखा और कहा, 'हम किसी के प्रति नफरत की भावना नहीं रखेंगे। हमें बाहरी या अंदरूनी दुश्मन नहीं चाहिए। साथ ही कहा कि अफगानिस्तान की जमीन से किसी देश पर हमला नहीं होने देंगे।'
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